कठफोड़वा के बारे में रोचक तथ्य। वुडपेकर इन हिंदी । कठफोड़वा पर जानकारी in Hindi.
वुडपैकर या कठफोड़वा – kathfodwa in hindi
kathfodwa in hindi – वुडपैकर या कठफोड़वा चिड़िया की श्रेणी में आता है यह अधिकतर आपको पेड़ों पर अपने सिर को ठोकते हुए देखने को मिल जाता है ।
क्योंकि इनका पसंदीदा और मुख्य भोजन पेड़ों में ही होता है इसलिए आप इन को अधिकतर पेड़ पौधों के तने पर बैठा हुआ देख सकते हैं ।
आपने कठफोड़वा को देखा होगा , वह पेड़ के तने में सुराग बनाने की कोशिश करता रहता है | वह अपनी चौच को पेड़ पौधों में हमेशा मारता ही रहता है |
जबकि असल में वह भाग उसके सिर से जुड़ा होता है | यदि वे पूरे दिन में इतनी चौच पेड़ पौधों से मारता है तब उसका सर दर्द क्यों नहीं करता है | आज हम इसी के बारे में बात करेंगे और उसके कुछ और भी रोचक तथ्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे |
कुछ लोग अपने सिर का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करते हैं , जबकि कठफोड़वा अपने सिर का इस्तेमाल करके सिर को ही पूरे दिन फोड़ता रहता है |
एशिया , अफ्रीका और यूरोप में जहां पर भी जंगल है वहां पर आपको कठफोड़वा मिल ही जाएगा | कठफोड़वा को Woodpecker भी कहा जाता है |
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कठफोड़वा लकड़ी में छेद बनाता रहता है , ताकि वे अपना घोंसला उसमें बना सके | ताकि वह उसमें अपना खाना रख सके या फिर उस लकड़ी में छिपे हुए अपने फेवरेट कीड़े को खा सकें |
जब कठफोड़वा पेड़ के तने में चौच मार रहा होता है तब रहे हैं , तब इतना फोर्स पैदा करता है कि यदि एक 64 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली गाड़ी किसी चीज से टकराती है , तब कितना force पैदा होता है, उतना फोर्स कठफोड़वा अपनी च** से पैदा करता है |
कठफोड़वा 1 सेकंड में 22 बार अपना सिर को ठोकते हैं और पूरे दिन में करीब 12 हजार बार अपना सिर ठोकते हैं |
इतना सिर ठोकने के बाद भी कठफोड़वा के सिर में दर्द क्यों नहीं होता है| इसका इनाम जाता है कठफोड़वा की जीभ को |
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कठफोड़वा की च** लंबी होती है फिर भी इसकी जीभ चौच से लगभग 3 गुना लंबी होती है और यह जीभ उसके दिमाग के नीचे से हो करके सिर को सुरक्षा प्रदान करती है | कठफोड़वा का शरीर भी एक विशेष प्रकार की हड्डी से बना हुआ होता है जो कि वाइब्रेशन को absorb कर लेता है
kathfodwa ka ghosla – कठफोड़वा का घोंसला
अब कठफोड़वा के घोसले के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं कठफोड़वा अपना घोंसला पेड़ पौधों के तने में बनाता है या फिर पेड़ पौधों की किसी भी सुखी शाखा में बनाता है ।
कठफोड़वा के घोसले का व्यास 3 से 4 सेंटीमीटर तक का होता है और यह तने या शाखा अंदर 20 सेंटीमीटर तक हो सकता है ।
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कठफोड़वा कि चोंच
अब हम कठफोड़वा की चोंच के बारे में बात करते हैं तो उनके चोंच सलेटी होती है । चोंच सिर से जुड़ी हुई होती है ।
कठफोड़वा को इंग्लिश में क्या कहते हैं ?
कठफोड़वा को इंग्लिश में वुडपैकर कहा जाता है वुडपैकर का मीनिंग ” woodpecker ” इस प्रकार है ।
kathfodwa ka ghosla कठफोड़वा का घोंसला
अब कठफोड़वा के घोसले के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं कठफोड़वा अपना घोंसला पेड़ पौधों के तने में बनाता है या फिर पेड़ पौधों की किसी भी सुखी शाखा में बनाता है ।
कठफोड़वा के घोसले का व्यास 3 से 4 सेंटीमीटर तक का होता है और यह तने या शाखा अंदर 20 सेंटीमीटर तक हो सकता है ।
वुडपैकर का मतलब होता है कि एक ऐसा पक्षी जो की लकड़ी में छेद करता रहता है और लकड़ी पर ही अपनी चोंच को मारता रहता है ।
वुडपेकर इन हिंदी । कठफोड़वा पर जानकारी in Hindi
अब हम बात करते हैं कि वुडपैकर क्या खाता है और कड़वी का मुख्य भोजन क्या होता है । वैसे तो कठफोड़वा पेड़ पौधों के तने में पाए जाने वाले कीड़े मकोड़े और लारवा को खाता है ।
यही इनका अधिकतर मुख्य भोजन होता है । यह पेड़ पौधों के तनु में छेद करता है और उनमें मौजूद कीड़े मकोड़े और लारवा को बाहर निकाल कर के खाता है और इसी से अपना पेट भरता है ।
कठफोड़वा मध्यम आकार का एक छोटा पक्षी होता है जिसके पूरे शरीर पर काले तथा सफेद रंग की धारियां या फिर चकत्ते होते हैं ।
सामान्य तौर पर सभी कठफोड़वा का रंग काला होता है । उनका सिर और सिना और पूरे शरीर का रंग भी काला ही होता है । जबकि मादा कठफोड़वा का सिना सफेद भी होता है ।
कठफोड़वा को आप हिंदी में गुड पर कर बोलते हो उसका हिंदी मीनिंग या तो कठफोड़वा या फिर ” वुडपैकर ” होता है ।
आइए अब हम कठफोड़वा के वैज्ञानिक नाम के बारे में जानते हैं । वुडपैकर का वैज्ञानिक नाम Picidae होता हैं । यहि कठफोड़वा का scientific name होता है ।